
बढ़ने जा रही है जीएसटी दर
-
Posted on Dec 25, 2021
-
By Hem singh
-
Published in Marketing
-
134 Views

दोस्तों नई साल शुरू होते ही इन चीजों के दामों में बढ़ोतरी होगी तो चलिए दोस्तों किन-किन चीजों के बारे में होगी बढ़ोतरी तो चलिए जानते हैं.
भारत में अगले साल की शुरुआत से यानी जनवरी 2022 से सबकी जेब पर बोझ बढ़ जाएगा. अगले महीने यानी 1 जनवरी 2022 से आम आदमी को कई चीजों पर बढ़ते हुए टैक्स का सामना करना पड़ेगा। हम आपको बता दें कि नया साल आपके लिए आने वाला है लेकिन महंगाई आपके लिए थोड़ी परेशानी भरी हो सकती है। कपड़े और जूते-चप्पल खरीदने से लेकर ऑनलाइन खाना ऑर्डर करने तक यह काफी महंगा होने वाला है।
जीएसटी की दरें बढ़ेंगी
दरअसल, 1 जनवरी से रेडीमेड गारमेंट्स पर GST की दर 5% से बढ़कर 12% हो जाएगी। इससे रेडीमेड कपड़ों की कीमतों में इजाफा होगा। कपड़ा कारोबारियों का कहना है कि जीएसटी बढ़ने से रिटेल पर बुरा असर पड़ेगा। रेडीमेड कारोबार से जुड़े कारोबारी जीएसटी बढ़ाने का विरोध कर रहे हैं। हालांकि सरकार पीछे हटने के मूड में नहीं है। ऐसे में उपभोक्ताओं को नए साल से रेडीमेड कपड़े खरीदने के लिए ज्यादा कीमत चुकानी होगी। इस टैक्स स्लैब में नए बदलाव 1 जनवरी, 2022 से प्रभावी होंगे।
जीएसटी दरों में बढ़ोतरी से लोग नाखुश
जीएसटी दरों में बढ़ोतरी से आम लोग खुश नहीं हैं। लोगों का कहना है कि जीएसटी बढ़ने से कपड़ों की कीमत काफी बढ़ जाएगी, जिससे आम आदमी को काफी परेशानी होगी. व्यापारी पहले से ही कोरोना काल में पीड़ित हैं। बाजार में काम नहीं, जीएसटी बढ़ने से व्यापारी और भी परेशान होंगे।
इस तरह बदल जाएगा टैक्स स्लैब
गौरतलब है कि अब तक 1000 रुपये तक के फुटवियर पर 5% जीएसटी लगता है, लेकिन सोल, एडहेसिव, पेंट आदि पर 18% टैक्स लगता है, जो रिवर्स टैक्स स्ट्रक्चर लगाता है। साथ ही लेदर पर 12 फीसदी टैक्स लगता है। इसके लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट और सरकार को रिफंड की आवश्यकता होती है। फुटवियर के मामले में सरकार को सालाना करीब 2,000 करोड़ रुपये चुकाने पड़ते हैं। दरअसल पिछले साल जून में जूते, कपड़े और खाद पर टैरिफ ढांचे में बदलाव होना था, लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसे टाल दिया गया।
ऑनलाइन खाना होगा महंगा
कपड़े और जूतों के अलावा अगर आप ऑनलाइन खाना ऑर्डर करना पसंद करते हैं तो आपकी जेब पर भारी पड़ेगा। क्योंकि 1 जनवरी से कंपनियों को ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो ऐप और स्विगी ऐप से खाने के ऑर्डर पर भी टैक्स देना होगा।
You Can Also Visit My Previous Post :
Recent comments (0)