
कच्ची हल्दी कई बीमारियों में रामबाण
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Posted on Dec 02, 2021
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By Sushama devi
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Published in Fitness
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आयुर्वेद में हल्दी को औषधीय गुणों का खजाना और स्वास्थ्यप्रद मसाला कहा गया है। आपने अक्सर घरों में मसाले के तौर पर इस्तेमाल होने वाली हल्दी पाउडर को देखा होगा। लेकिन आज हम आपको हल्दी पाउडर नहीं बल्कि कच्ची हल्दी के बारे में बताने जा रहे हैं। कच्ची हल्दी दिखने में अदरक जैसी और स्वाद में कड़वी होती है।
इसका रंग भी हल्दी पाउडर की तुलना में गहरा होता है, जिसके कारण इसे खाने के रंग के रूप में भी प्रयोग किया जाता है। कच्ची हल्दी में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, जिंक और कई तरह के विटामिन पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
कड़ाके की ठंड में अपने शरीर को गर्म रखना एक बड़ी चुनौती है। सर्दी के मौसम में अक्सर हमें वायरल फीवर, खांसी या जुकाम हो जाता है।
अगर आप सर्दी से राहत पाना चाहते हैं तो आपके किचन में मसाले में शामिल कच्ची हल्दी न सिर्फ आपको सर्दी से राहत दिलाती है बल्कि और भी कई बीमारियों में रामबाण औषधि की तरह काम करती है। आइए जानते हैं इस आयुर्वेदिक दवा का सेवन कैसे करें।
हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। हल्दी की चाय को दूध के साथ या रोजाना लेने से सूखी खांसी में आराम मिलता है। इसके लगातार सेवन से कई तरह के रोग दूर हो जाते हैं। सर्दी के मौसम में सर्दी-जुकाम-सूजन जैसी समस्याओं के लिए इतना ही काफी है।
कच्ची हल्दी के फायदे: शोध से पता चला है कि हल्दी में लिपोपॉलीसेकेराइड नामक तत्व होता है, जो शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। यह शरीर को टाइट बनाता है। इससे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं।
कच्ची हल्दी अदरक की तरह दिखती है। लेकिन इसका रंग गहरा पीला लाल लकड़ी है। इसमें कैंसर से लड़ने वाले गुण होते हैं। यह हमें हानिकारक विकिरण के संपर्क में आने से होने वाली बीमारियों से भी बचाता है।
हल्दी में दर्द से लड़ने की अद्भुत क्षमता होती है। इसे पीसकर दूध में मिलाकर पीने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है। हल्दी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं। गठिया के रोगी के लिए भी इसका सेवन बहुत फायदेमंद होता है।
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